मध्यप्रदेश में मेलों की बात की जाए तो मध्य प्रदेश में 1400 स्थानों पर मेलों का आयोजन किया जाता है सर्वाधिक 227 मेले उज्जैन जिले में तथा न्यूनतम 13 मेले होशंगाबाद जिले में आयोजित किए जाते हैं मेलों का सर्वाधिक आयोजन मार्च अप्रैल और मई के महीनों में किया जाता है जबकि जून जुलाई-अगस्त सितंबर में मेले सबसे कम आयोजित होते हैं क्योंकि यह मानसून का समय होता है तथा किसान भी सर्वाधिक व्यस्त होते हैं
![Madhya Pradesh ke Pramukh Mele](https://exammaharathi.com/wp-content/uploads/2022/05/AddText_05-12-05.55.23-1.jpg)
नागा जी का मेला
मुरैना क्षेत्र में पोरसा नामक स्थान पर आयोजित होने वाला मेला है नागा जी का मेला आयोजन वर्ष के नवंबर दिसंबर माह में होता है 1 माह तक चलता है अकबर कालीन संत नागा जी की स्मृति में इस मेले का आयोजन होता है पहले यहां बंदर बेचे जाते थे परंतु वर्तमान में सभी पालतू जानवर बेचे जाते हैं
हीरा भूमिया का मेला
मध्य प्रदेश के ग्वालियर और गुना क्षेत्र में अगस्त सितंबर माह में हीरा भूमिया का मेला आयोजित किया जाता है यह क्षेत्र हीरामन बाबा की प्रसिद्धि के लिए जाना जाता है ऐसा माना जाता है हीरामनबाबा के आशीर्वाद से बांझ महिलाओं की गोद भी भर जाती है
तेजाजी का मेला
गुना जिले के भामावड़ मे तेजा जी की जयंती के अवसर पर मेले का आयोजन किया जाता है तेजाजी का मेला का आयोजन निमाड़ जिले में भी किया जाता है
जोगेश्वरी देवी का मेला
अशोकनगर जिले के चंदेरी में जोगेश्वरी देवी का मेले आयोजित किया जाता है प्राचीन किवदंती के अनुसार चंदेरी के शासक जिन्हें कुष्ठ रोग था जोगेश्वरी देवी के भक्त थे जोगेश्वरी देवी की कृपा से राजा का कुष्ठ रोग ठीक हुआ जिसके कारण जोगेश्वरी देवी मेले का आयोजन प्रारंभ हुआ इस मेले का आयोजन हजारों वर्षों से हो रहा है
चंडी देवी का मेला
सीधी जिले के घोघरा गांव में चंडी देवी का मंदिर है जिन्हें देवी पार्वती का अवतार माना जाता है चंडी देवी का मेला मार्च-अप्रैल में आयोजित होता है
महामृत्युंजय का मेला
रीवा बसंत पंचमी और शिवरात्रि के अवसर पर रीवा जिले में महामृत्युंजय मंदिर में इस मेले का आयोजन किया जाता है
सिंगाजी का मेला
खरगोन पश्चिमी निमाड़ अर्थात खरगोन जिले के पिपलिया गांव में अगस्त सितंबर महीने में 1 सप्ताह तक चलने वाला मेला है
कालू जी का मेला
खरगोन पश्चिमी निमाड़ के पिपरा खुर्द नामक गांव में लगभग 1 माह तक लगने वाला मेला जिसका आयोजन पिछले 200 वर्षों से कालू जी महाराज की स्मृति में किया जा रहा है
धामोनी का उर्स
बाबा मस्तान अली शाह की मजार पर सागर जिले के धमोनी नामक स्थान पर अप्रैल मई महीने में उर्स का आयोजन किया जाता है जिसे धामोनी उर्स के नाम से जानते हैं
बरमान का मेला
नरसिंहपुर नर्मदा नदी के तट पर स्थित बरमान में सुप्रसिद्ध श्रद्धारा घाट पर जिसे ब्राह्मण घाट भी कहा जाता है मकर संक्रांति के अवसर पर 13 दिवस चलने वाला मेला है
चांदी देवी का मेला /चंडी देवी का मेला
सीधी जिले के घोघरा नामक स्थान पर मार्च-अप्रैल में आयोजित होने वाला मेला है
आलमी तब्लीगी इज्तिमा
इज्तिमा का तीन दिवसीय आयोजन भोपाल में किया जाता है आयोजन में दुनिया भर के मुसलमान पहुंचते हैं जिसमें कजाकिस्तान, इंडोनेशिया .मलेशिया . सऊदी अरब. यमन. तुर्की. थाईलैंड, श्रीलंका, आदि देशों के जमाती 3 दिनों के लिए यहां उपस्थित होते हैं आध्यात्मिक उपदेश देने वाली यह सभा दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक सभाओं में से एक मानी जाती है
शहाबुद्दीन औलिया का उर्स
शहाबुद्दीन औलिया के मजार पर फरवरी महीने में 4 दिनों के लिए आयोजित होने वाला उर्स जिसे शहाबुद्दीन औलिया का उर्स के नाम से जाना जाता है नीमच जिले में आयोजित होता है
गोटमार मेला
गोटमार मेला छिंदवाड़ा जाम नदी के किनारे आयोजन में किया जाता है जिसमें पत्थरबाजी की जाती है
हिंगोट मेला
इंदौर गौतमपुरा अग्निबाण चलाए जाते हैं तथा सांडों की लड़ाई होती है
भगोरिया हाट या भगोरिया मेला
होली के अवसर पर झाबुआ जिले में भगोरिया हाट या मेले का आयोजन किया जाता है यह इस क्षेत्र का प्रसिद्ध मेला है
सिंहस्थ कुंभ मेला
भारत में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध कुंभ मेलों में से एक सिंहस्थ कुंभ मेला मध्य प्रदेश के उज्जैन में शिप्रा नदी के तट पर आयोजित किया जाता है यह प्रत्येक 12 वर्ष के अंतराल पर आयोजित होता है जब बृहस्पति ,सिंह राशि में प्रवेश करता है उस समय इस मेले का आयोजन किया जाता है इसलिए इसे सिंहस्थ कुंभ मेला कहते हैं इस मेले का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि उज्जैन महाकाल की नगरी है जो भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है उज्जैन मध्य प्रदेश का एकमात्र शहर है जहा कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है सिंहस्थ कुंभ मेला जनसमूह के आधार पर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मेला माना जाता है
Madhya Pradesh ke Pramukh Mele by trick /Madhya Pradesh ke Pramukh Mele Ki list
क्रमांक |
मध्य प्रदेश के प्रमुख मेले |
आयोजन स्थल |
Madhya Pradesh ke Pramukh Mele by trick |
1 |
नागा जी का मेला |
मुरैना क्षेत्र में पोरसा नामक स्थान पर | नागा रैना मुरैना |
2 |
हीरा भूमिया का मेला |
ग्वालियर और गुना | हीरा भूमिया डाकू का नाम है तो यह ग्वालियर में होगा हीरा लेकर कई गुना तेज भागा Note-सिर्फ trick है इनसे कोई गलत अर्थ ना निकालें |
3 |
तेजाजी का मेला |
गुना जिले के भामावड़ मे | तेज कई गुना |
4 |
जोगेश्वरी देवी का मेला |
अशोकनगर जिले के चंदेरी में | जोगेश्वरी चंदेरी की साड़ी पहनती है |
5 |
जल बिहारी का मेला |
छतरपुर | जल है तो छाते की जरूरत पड़ेगी |
6 |
काना बाबा का मेला |
सोडलपुर होशंगाबाद | कान में सोडा डाला हरे रंग का कीचड़ कचड़ा बाहर आएंगे हरा से होशंगाबाद |
7 |
चांदी देवी / चंडी देवी का मेला |
सीधी जिले के घोघरा गांव में | चंडी और डंडी होती है सीधी |
8 |
सिद्धेश्वर मंदिर मेला |
शिवपुरी | सिद्ध है शिव |
9 |
सनकुआ का मेला |
दतिया | कुएं में पानी के लिए दांत लगे होते हैं |
10 |
गरीब नाथ बाबा का मेला |
शाजापुर | गरीब शाह, शाह से शाजापुर |
11 |
महामृत्युंजय का मेला |
रीवा | रीवा में मिलता है शेर और शेर महामृत्यु का अवतार |
12 |
सिंगाजी का मेला |
खरगोन पश्चिमी निमाड़ | |
13 |
कालू जी का मेला |
खरगोन पश्चिमी निमाड़ | |
14 |
नवग्रह मेला |
खरगोन | |
15 |
शहीद मेला |
सनावद खरगोन | शहीद सनावद |
16 |
पीर बुधन मेला |
शिवपुरी | पीर बुधन पुरी अर्थात शिवपुरी |
17 |
धामोनी का उर्स सागर |
सागर | सागर में गिरो तो आवाज आती है धम |
18 |
कुंडेश्वर का मेला |
टीकमगढ़ | शिव कुंडल टीका लगाते हैं |
19 |
बलदाऊ का मेला |
पन्ना | बल के लिए पन्ना पहनना चाहिए |
20 |
बाणगंगा का मेला |
शिवपुरी | |
21 |
भैरव नाथ का मेला |
सिवनी | |
22 |
धर्मराजेश्वर का मेला |
मंदसौर | |
23 |
बानाजी का मेला |
बुरहानपुर | बानाजी बुरहानपुर |
24 |
शिवरात्रि का मेला |
पचमढ़ी और अमरकंटक | |
25 |
रामलीला का मेला |
दतिया ग्वालियर | |
26 |
सलकनपुर का मेला |
सीहोर | सलकन सीहोर |
27 |
मांधाता का मेला |
खंडवा | |
28 |
बरमान का मेला |
नरसिंहपुर नर्मदा नदी के तट पर | |
29 |
शारदा देवी का मेला |
मैहर सतना | |
30 |
मड़ाई का मेला |
मंडला डिंडोरी | |
31 |
आलमी तब्लीगी इज्तिमा |
भोपाल | |
32 |
गधों का मेला |
उज्जैन और चित्रकूट सतना | |
33 |
मां रतनगढ़ का मेला |
दतिया | |
34 |
बड़ोनी का मेला |
दतिया | |
35 |
सोनगिरी का मेला |
दतिया | सोने का दांत सोनगिरी के मेले में गिरा |
36 |
बांदकपुर का मेला |
दमोह | |
37 |
शहाबुद्दीन औलिया का उर्स |
नीमच | |
38 |
मेघनाथ का मेला |
छिंदवाड़ा | मेघ में छेद |
39 |
रामजी बाबा का मेला |
होशंगाबाद | |
40 |
रहस का मेला |
गढ़ाकोटा सागर | सागर में रहस्य गड़े हैं |
41 |
मठ घोघरा का मेला |
सिवनी | |
42 |
सबसे बड़ा व्यापारिक मेला |
ग्वालियर | |
43 |
गोटमार मेला |
छिंदवाड़ा | |
44 |
त्रिवेणी मेला |
रतलाम | |
45 |
हिंगोट मेला |
इंदौर गौतमपुरा | |
46 |
रावतपुरा सरकार जी का मेला |
भिंड | |
47 |
भगोरिया हाट या भगोरिया मेला |
झाबुआ | |
48 |
सिंहस्थ कुंभ मेला |
उज्जैन | |
49 |
चेती या चेदी का मेला |
ब्यावरा राजगढ़ | चेदी से चांस कितने मिले उसका ब्यौरा दो |