रायसेन जिला District Raisen 

रायसेन जिला (District Raisen)को 1143 ई. में राय सिंह ने वसाया।रायसेन जिला(District Raisen) में भीमबेटका गुफा,सांची बौद्ध स्तूप,भोजपुर का शिव मंदिर स्थित हैं। रायसेन जिला(District Raisen) में मध्य प्रदेश का मुख्य औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप है रायसेन जिला(District Raisen) भोपाल संभाग का जिला है। 

  • विश्‍व स्‍तरीय गोल्‍फ कोर्स प्रस्‍तावित है।
  • फरीदुल्‍ला शाह पीर की दरगाह रायसेन में है।
  • मृगेन्‍द्र नाथ की गुफा रायसेन जिले के पाटनी गाँव में है।
  • एक मात्र साइक्‍लोपियन बांध बेतवा नदी पर रायसेन जिले(District Raisen) में स्थित है
  • सांची बौध्‍द की भारतीय ज्ञान अध्‍ययन विश्‍व विद्यालय वर्ष 2012 में स्‍थापित किया गया।
  • चीन की दीवार जैसी 80 कि.मी. लम्‍बी दीवार विंध्‍याचल पर्वत पर स्थित है।
  • सांची का प्राचीन कालीन नाम काकणा और बौध्‍दश्री पर्वत है।
  • रायसेन व विदिशा जिले की संयुक्‍त सिंचाई परियोजना हलाली परियोजना हलाली नदी (कत्‍ल नदी) पर स्थित है। इस परियोजना का नाम बदलकर सम्राट अशोक सागर परियोजना रखा गया।

 रायसेन जिला(District Raisen) का गठन

रायसेन जिला का गठन वर्ष 1956
मुख्‍यालय रायसेन
रायसेन जिला का क्षेत्रफल  8466 वर्ग कि.मी. (8वाँ स्‍थान)
रायसेन जिला की प्रमुख नदियाँ बेतवा, बरना

रायसेन जिला(District Raisen) के सीमावर्ती जिले

उत्‍तर विदिशा दक्षिण होशंगाबाद
पूर्व सागर पश्चिम सीहोर

 

रायसेन जिले के ग्रामों की संख्‍या 1485 ( 61 गैर-आबादी)
रायसेन जिला की तहसील 08 (रायसेन, गैरतगंज, बेगमगंज, गौहरगंज, बरेली, सिलवानी, उदयपुरा, बाडी, सुल्‍तानपुर)
विकासखण्‍ड 07 (बरेली, बेगमगंज, गौरतगंज, अब्‍दुल्‍लगंज, साँची, सिलवानी, उदयपुरा)
जनसंख्‍या 13,31,597 (27वाँ स्‍थान)
जनसंख्‍या घनत्‍व 157 प्रति वर्ग कि.मी. (46वाँ स्‍थान)
दशकीय जनसंख्‍या वृध्दि दर 18.35%
लिंगानुपात 901 प्रति हजार पुरूष
शिशु लिंगानुपात 932 प्रति हजार बालक
कुल साक्षरता दर 72.98% (10वाँ स्‍थान)
पुरूष साक्षरता दर 80.81%
महिला साक्षरता दर 64.24%

  रायसेन जिला का पर्यटन स्‍थल

  • सांची स्‍तूप

  • अशोक स्‍तंभ

  • बौध्‍द विहार

  • ग्रेट बाउल

  • गुप्‍ता मंदिर

  • भोजेश्‍वर मंदिर

  • शरीफ की दरगाह

  • रायसेन का किला

  • भीमबैठिका

 

रायसेन जिला बेतवा नदी की जानकारी

                बेतवा नदी की जानकारी

  • उद्गम – विंध्‍याचल पर्वत श्रेणी ( घोड़ी दंत पहाड़ी )

  • जिला  – रायसेन, तहसील – औबेदुल्‍लागंज, गाँव – कुमरागाँव

  • बेतवा नदी रातापानी अभ्‍यारण से निकलती है।

  • बेतवा नदी म.प्र. की 5वें नम्‍बर की नदी है। जिसकी लम्‍बाई 480 कि.मी. है।

  • बेतवा नदी यमुना नदी में उत्‍तरप्रदेश के निकट हमीरपुर में जाकर गिरती है।

  • बेतवा नदी के प्राचीन नाम – बेत्रावती, शिव की पुत्री, विंध्‍यवासिनी, वेस

  • बेतवा नदी को मध्‍यप्रदेश की गंगा और बुंदेलखण्‍ड की जीवन रेखा के उपनाम से जाना जाता है। 

  • बेतवा नदी की प्रमुख सहायक नदी – धासन, बेस, जामनी, हलाली और बीना है।

  • बेतवा नदी के किनारे बसे प्रमुख शहर – विदिशा, सांची, गुना, ओरछा, भोजपुर, चन्‍देरी, झांसी, ललितपुर, सागर आदि शहर बसे हुए है।

  • निवाड़ी जिले में देवगढ़ के किले को बेतवा नदी का आइसलैण्‍ड कहा जाता है।

  • बेतवा नदी पर माताटीला बांध परियोजना उत्‍तर प्रदेश के ललितपुर में स्थित है। यह परियोजना म.प्र. और उ.प्र. की संयुक्‍त परियोजना है। इस परियोजना का नाम बदलकर इसका उपनाम रानीलक्ष्‍मी बाई परियोजना के नाम से जाना जाता है। इस परियोजना से म.प्र. के ग्‍वालियर, दतिया, भिण्‍ड, विदिशा और रायसेन जिला लाभान्वित होता है।

  • बेतवा नदी को प्रदूषण के आधार पर म.प्र. की गंगा कहा जाता है।

बेतवा नदी के बारे में अधिक जानकारी के लिए

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           नदियां एवं उनके उपनाम

  • बुंदेलखण्‍ड की जीवन रेखा

बेतवा

  • प्रदूषण के आधार म.प्र. की गंगा

बेतवा

  • म.प्र. की गंगा शुध्‍दता और पवित्रता में 

नर्मदा

  • मालवा की गंगा

क्षिप्रा

  • पश्चिम म.प्र. की जीवन रेखा

चम्‍बल

  • सिवनी की जीवन रेखा

वैनगंगा

  • छिंदवाड़ा की जीवन रेखा

कुल्‍बेहरा

  • मध्‍यभारत के पठार की जीवन रेखा

चम्‍बल

  • बघेलखण्‍ड की जीवन रेखा

सोन

  • दक्षिण राजस्‍थान की जीवन रेखा

माही

रायसेन जिला का सामान्य ज्ञान

  • हिन्‍दुस्‍तान इलेक्‍ट्रो ग्रेफाइट एशिया की सबसे बड़ी फैक्‍ट्री है।

  •  यहां पर टेक्‍स्‍टाईल, ऑक्‍सीजन प्‍लांट और अन्‍य संयंत्र मौजूद है।

  • रायसेन जिला   के तामोट में प्‍लास्टिक  पार्क बनाया गया है।

  • मण्‍डीदीप में गैस सिलेण्‍डर कारखाना स्‍थापित किया गया है।

  • मण्‍डीदीप में देश का पहला ऑप्टिकल फाइबर कारखाना जापान जापान के सहयोग से स्थापित किया गया

  • गिन्‍नौरगढ़ का किला तोते की अधिकता के लिए प्रसिध्‍द है। इस किले की अंतिम शासिका रानी कमलावती थी।

  • बरला ग्राम में प्रागैतिहासिक शैलचित्र है। 

  • सांची अभिलेख मोर्यकालीन अभिलेख है जो रायसेन जिला में स्थित है।

  • भांडेर नहर म.प्र. और उ.प्र. की संयुक्‍त परियोजना है। यह परियोजना उ.प्र. के झांसी में स्थित है। इस परियोजना से म.प्र. के रायसेन जिला , दतिया, ग्‍वालियर और भिण्‍ड जिला लाभान्वित होते है।

  • म.प्र. की 5वीं सबसे बड़ी जनजाति स‍हरिया जनजाति का निवास करती है।

  • रायसेन जिला में मालवी और भोपाली बोली बोली जाती है।

  • 1965 में आशापुरी संग्रहालय में परमार कला से सम्‍बंधित प्रतिमाएं संग्रहित है।

  • म.प्र. का पहला ति‍तली पार्क रायसेन जिला में और म.प्र. का दूसरा तितली पार्क इंदौर के रालामण्‍डल अभ्‍यारण में बनाया गया है।

 

 रायसेन जिला का मध्यकालीन इतिहास

  • बाबर के आक्रमण के समय रायसेन में शासक शिलादित्‍य का शासन था।

  • शिलादित्‍य खानवा के युध्‍द में ग्‍वालियर के विक्रमादित्‍य, चित्‍तौड़ के राणा सांगा और चंदेरी के मेदिनीराय व अन्‍य राजपूत राजाओं के साथ बाबर के खिलाफ लड़ा गया था।

                रायसेन का किला

  • रायसेन किले का निर्माण गोंड शासक ‘’राजा राजबसंती’’ के द्वारा किया गया। इसका निर्माण 1532 ई. (16वीं शताब्‍दी) में हुआ।

  • इस किले (दुर्ग) के अन्‍दर तीन राजमहल – बादल महल, राजा रोहित महल और इत्रदार महल स्थित है।

  • रायसेन के किले को 1543 में शेरशाह सूरी ने जीत लिया था। उस समय रायसेन किले का राजा पूरनमल था।

  • रायसेन के किले को जीतने के लिए शेरशाह सूरी ने कुरान की झूठी कसम खायी थी।

 

  रायसेन जिला स्थित भोजपुर का शिव मंदिर

  • भोजपुर के मंदिर को उत्‍तर और मध्‍य भारत का सोमनाथ मंदिर कहते है।

  • भोजपुर शिव मंदिर मध्‍यप्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है।

  • भोजपुर का शिव मंदिर बेतवा नदी के किनारे स्थित है।

  • उत्‍तर भारत का सबसे बड़ा शिवलिंग भोजपुर में है।

  • देश का पहला शिवलिंग संग्रहालय भोजपुर में स्‍थापित किया जा रहा है।

  • भोजपुर का मेला मकरसक्रांति, बसंत पंचमी और शिवरात्रि के समय लगता है।

 

     भीमबैटका की गुफाएं रायसेन जिला

  • भीमबैटका म.प्र. के रायसेन जिले के औबेदुल्‍लागंज में स्थित है।

  • यह गुफा पाषाणकालीन (मध्‍यपाषाण से पुरापाषाण) में निर्मित है।

  • इस गुफा की खोज 1957 से 1958 में डॉ. विष्‍णुधर वाकणकर द्वारा की गई।

  • भीमबैटका को विश्‍व धरोहर स्‍थल में यूनेस्‍को द्वारा 2003 में रखा गया।

  • भीमबैटका की गुफा शैलचित्र के लिए प्रसिध्‍द है।

  • भीमबैटका में लगभग 600 गुफाएं स्थित है।

सांची बौद्ध स्तूप रायसेन जिला
सांची बौद्ध स्तूप रायसेन जिला

     सांची स्‍तूप रायसेन जिला

  • सांची स्‍तूप की स्‍थापना सम्राट अशोक द्वारा रायसेन जिले के सांची नामक स्‍थान पर की गई।

  • यह स्‍तूप बौध्‍द धर्म से सम्‍बंधित है। 

  • सांची को बौध्‍द धर्म की पवित्र नगरी कहा जाता है।

  • इस स्‍तूप के तोरण का निर्माण पुष्‍य मित्र शुंग ने करवाया था।

  • स्‍तूप में अस्थि रखने वाले स्‍थान को हर्मिका कहते है।

  • इस स्‍तूप का आकार अर्ध्‍दवृत्‍ताकार है।

  • इस स्‍तूप की खोज 1818 ई. में जनरल टेलर द्वारा की गई।

  • सांची स्‍तूप को विश्‍व धरोहर स्‍थल में 1989 में यूनेस्‍को द्वारा रखा गया।

  • सांची का प्राचीन नाम – बेदिसगिरी, काकनाण, वोटश्री पर्वत, चेतियागिरी और काकनाण वोट के नाम से जाना जाता है।

  • सांची स्‍तूप की सजावट शैली को ‘’भरहुत शैली’’ कहा जाता है।

  • सांची में कुल तीन स्‍तूप है। 

  • जनरल जॉनसन, जनरल कनिंघम, केप्‍टन मेसी तथा सर जॉन मार्शल ने 1822 से 1919 तक सांची के बौध्‍द स्‍मारकों का उत्‍खनन और संरक्षण करवाया था।

  • सांची स्‍तूप के नीचे महात्‍मा बुध्‍द के दो शिष्‍य सारिपुत्र और महामोगलायन  के अस्थि के अवशेष संरक्षित है।

  • सांची स्‍तूप की वैदिका (रेलिंग) का निर्माण शुंग वंश के द्वारा करवाया गया था।

  • 2017 में 200 रूपये के नोट पर सांची स्‍तूप के चित्र को स्‍थान दिया गया।

 

   भारत के करेंसी नोटों पर अंकित चित्र

          नोट     चित्र
    5 रूपये ट्रेक्‍टर और किसान
  10 रूपये  सूर्य मंदिर, कोणार्क
  20 रूपये एलोरा की गुफॉए, महाराष्‍ट्र
  50 रूपये हम्‍पी, कर्नाटक
  100 रूपये रानी की बाव, गुजरात
  200 रूपये सांची स्‍तूप, मध्‍यप्रदेश
  500 रूपये लाल किला, दिल्‍ली
  2000 रूपये मंगलयान

 

 

 रातापानी अभ्‍यारण रायसेन जिला 

  • रातापानी अभ्‍यारण की स्‍थापाना 1976 में रायसेन जिला में की गई।
  • इस अभ्‍यारण का कुल क्षेत्रफल 825.907 वर्ग कि.मी. है।
  • यह अभ्‍यारण क्षेत्रफल में म.प्र. का दूसरा बड़ा अभ्‍यारण है।
  • रातापानी अभ्‍यारण म.प्र. का पहला टाइगर प्रोजेक्‍ट में शामिल अभ्‍यारण है।
  • इस अभ्‍यारण का कुछ क्षेत्र सीहोर जिले के अंतर्गत आता है। यह अभ्‍यारण मुख्‍य रूप से रायसेन जिला में स्थित है।
  • मध्य प्रदेश के अभयारण्यों से संबंधित अधिक जानकारी के लिए Click here 

 

प्रमुख व्‍यक्ति 

              आचार्य रजनीश ओशो

  • इनका जन्‍म 11 दिसंबर 1931 में रायसेन जिला के कुचवाड़ा ग्राम में हुआ।
  • इनका मूल नाम चन्‍द्रमोहन जैन था।
  • इन्‍होंने शिक्षा डॉ. हरिसिंह गौर विश्‍वविद्यालय (सागर) से प्राप्‍त की थी।
  • फेमस टी.वी. शो – Wild Wild Country है।
  • इनकी मृत्‍यु 19 जनवरी 1990 में पूणे (महाराष्‍ट्र) में हुई

लेखक – मनोज प्रताप सिंह सिसोदिया

                               

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