अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत कैसे

International yoga day 21 June 2022
International yoga day 21 June 2022

भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण मे  कहा था , कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है यह दिमाग और शरीर की एकता का प्रतीक है ,यह मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य है विचार , संयम और पूर्ति प्रदान करने वाला है , तथा स्वास्थ्य और भलाई के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को भी प्रदान करने वाला है यह व्यायाम के बारे में नहीं है लेकिन अपने भीतर एकता की भावना , दुनिया और प्रकृति की खोज के विषय में हैं हमारी बदलती जीवन शैली में यह चेतना बनकर हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद कर सकता है , तो आए एक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को गोद लेने की दिशा में काम करते हैं ।

श्री नरेंद्र मोदी, संयुक्त राष्ट्र महासभा International yoga day

11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र के 177 सदस्यों द्वारा 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस प्रस्ताव को 90 दिन के अंदर पूर्ण बहुमत से पारित किया गया , जो संयुक्त राष्ट्र संघ में किसी दिवस प्रस्ताव के लिए सबसे कम समय हैं ।

21 जून को क्यों मनाया जाता है योग दिवस

हर साल 21 जून को योग दिवस मनाया जाता है , यह दिन पूरे साल का सबसे लंबा दिन होता है 21 जून को सूर्य ग्रीष्म संक्रांति के दिन दक्षिणायन हो जाता है इस दिन सूर्य की रोशनी सबसे ज्यादा पृथ्वी पर पड़ती है , जिसकी वजह से यह साल का सबसे लंबा दिन होता है ऐसे में योग के निरंतर अभ्यास से व्यक्ति को लंबा जीवन एवं ऊर्जा प्राप्त होती है । इसलिए इस दिन को योग दिवस के रूप में चुना गया है ।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की थीम /International yoga Day themes 2015 to 2022

 

 

पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2015 Theme-सद्भावना और शांति के लिए योग / Yoga for harmony and Peace पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन दिल्ली के राजपथ पर हुआ था जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं भाग लिया था इस कार्यक्रम में नरेंद्र मोदी ने राजपथ पर लगभग 36,000 लोगों के साथ योग किया था , जिसमें योग गुरु रामदेव बाबा भी शामिल हुए थे । राजपथ पर हुए इस समारोह में दो गिनीज रिकॉर्ड की स्थापना हुई थी । पहला 35,985 लोगों ने एक साथ योग किया तथा दूसरा 84 देशों के लोगों द्वारा इस आयोजन में एक साथ भाग लिया गया । 

 दूसरा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2016 

 Theme – युवाओं को जोड़ो / Connect the Youth इस वर्ष योग से युवाओं को जोड़ने के लिए तथा उनमें जागरूकता लाने के लिए इस थीम का चुनाव किया गया जिससे अधिक से अधिक युवाओं को योग संबंधी जागरूकता के माध्यम से जोड़ा जा सके तथा दिनचर्या में योग के लिए कुछ समय युवाओं द्वारा निकाला जा सके , जिससे कि युवा एक स्वस्थ और अच्छी सोच के साथ देश के विकास में सहयोग दे सकें । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में चंडीगढ़ में योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था , जिसमें 30,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया । इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण 150 दिव्यांग जनों द्वारा किया गया योग प्रदर्शन था ।

 

तीसरा अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 2017

Theme -Yoga for Health /स्वास्थ्य के लिए योग ।

इस योग दिवस का मुख्य समारोह का आयोजन नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में लखनऊ के  रामबाई मैदान में 51,000 लोगों के साथ योग अभ्यास कर किया गया ।  तीसरे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 1 से 11 अक्टूबर 2017 से नई दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में योग पर तीसरा अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया , सम्मेलन में 500 से अधिक प्रख्यात प्रतिभागियों ने भाग लिया , जिसमें योग के विशेषज्ञ और 80 विदेशी प्रतिनिधि भी शामिल थे । 

 

चौथा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2018 

Theme -Yoga for Peace / शांति के लिए योग ,

2018 में वन अनुसंधान संस्थान के निर्देशन में देहरादून में पीएम मोदी की उपस्थिति में करीब 60,000 लोगों ने शांति का संदेश देते हुए योग किया । कोटा राजस्थान में एक लाख से अधिक लोगों ने योग प्रदर्शन कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अर्जित किया ।

 

पांचवा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2019 

Theme  – Yoga for Heart / दिल के लिए योग ,

पांचवी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन झारखंड की राजधानी रांची में किया गया था , जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 40,000 से अधिक लोगों के साथ योग किया ।

छठवां अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस 2020 

Theme Yoga for Health-Yoga at Home / स्वास्थ्य के लिए योगा, घर पर योग । इस वर्ष का आयोजन सामूहिक रूप से नहीं किया गया तथा सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए, इस अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस की थीम , कोरोना वायरस महामारी के बीच रखी गई  ।

सातवा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2021 

Theme -Yoga for well being / कल्याण के लिए योग ।

यह समय कोरोना महामारी का समय है जिसमें संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा भी योग को दुनिया भर के लोगों में स्वास्थ्य और कायाकल्प बदलने वाला सामाजिक अलगाव और अवसाद से लड़ने वाला साधन बताया गया I 

प्राचीन भारतीय सभ्यता में योग का महत्व

योग प्राचीन भारतीय मानव  शरीर , मानव मन , चेतना को स्वच्छ और स्वस्थ रखने का एक साधन बताया गया है । संस्कृत में योग का अर्थ है एकजुट होना , जब मानव शरीर , मानसिक और शारीरिक रूप से एकजुट रहेगा , तभी वह जीवन से आनंद और अनुभूति  प्राप्त कर सकता है । मानव सभ्यता जितनी पुरानी है वास्तव में योग उतना ही पुराना है परंतु इसके निश्चित प्रमाण 5000 साल पूर्व के प्राप्त होते हैं सिंधु घाटी सभ्यता में भी खुदाई के दौरान योग मुद्रा में  बैठे योगी की मूर्ति प्राप्त हुई है जिससे हम योग की प्राचीनता के बारे में कयास लगा सकते हैं । 

पतंजलि ने योग के अष्टांग योग प्रणाली का वर्णन किया है जिसमें आठ अंग हैं-

1 यम अर्थात सत्य , अहिंसा , चोरी ना करना , अनावश्यक धन एकत्र ना करना एवं ब्रह्मचर्य

2 नियम जिसमें 5 धार्मिक क्रियाएं , पवित्रता , संतोष  तपस , स्वाध्याय , ईश्वरप्राणीधान 

3 आसन

4 प्राणायाम  सांस , अयाम को नियंत्रित करना या बंद करना ,साथ ही जीवन शक्ति को नियंत्रण करना

5 प्रत्याहार बाहरी वस्तुओं से भावना , अंगों के प्रत्याहार

6 धारणा एकाग्रता अर्थात एक ही लक्ष्य पर ध्यान लगाना

7 ध्यान ध्यान की वस्तु की प्रकृति का गहन चिंतन करना

8 समाधि  ध्यान की वस्तु को चैतन्य के साथ मिलान करना

हठयोग

 15 वी शताब्दी के भारत में हठयोग , योग की एक विशेष प्रणाली का वर्णन किया गया है जिसके प्रतिपादक योगी स्वत्मारमा है इस योग के अनुसार शरीर की भौतिक शुद्धि से ही मन प्राण में विशिष्ट ऊर्जा का संचार होता है  यह योग शरीर के सभी अंगों के लिए आसन प्रदान करता है

आठवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2022 

 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उल्टी गिनती शुरू

27 मई को हैदराबाद में आयोजित योग उत्सव के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की 25 दिवसीय उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद में इस उत्सव का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया इस उत्सव का आयोजन आयुष मंत्रालय द्वारा तेलंगाना सरकार के सहयोग से किया गया जिसका उद्देश्य योग के विभिन्न आयामों और मानव जीवन को समृद्ध बनाने की इसकी क्षमता के बारे में जागरूकता फैलाना था इस उत्सव में तेलंगाना की राज्यपाल डॉ तमिलिसाई सुंदर्राजन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को मैसूर कर्नाटक में मुख्य कार्यक्रम में भाग लेंगे अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों के लिए योग के स्वास्थ्य लाभ के बारे में जन जागरूकता पैदा करना है पिछले 7 सालों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस अब एक जन आंदोलन बन चुका है आयुष मंत्रालय, मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से आठवीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रमों के माध्यम से योग को बढ़ावा देने के लिए कार्य कर रहा है 13 मार्च 2022 को 100 दिनों की उल्टी गिनती को चिन्हित कर कार्यक्रम शुरू किए गए हैं

100 दिन 100 शहर 100 संगठन -इंटरनेशनल योगा डे

पूरे विश्व में 13 मार्च से 21 जून 2022 तक विश्व के 100 शहरों में 100 दिन 100 संगठनों द्वारा योग संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा इसी तारतम्य में नई दिल्ली के लाल किले में 75 वें दिन उल्टी गिनती कार्यक्रम का आयोजन किया गया है तथा 50 से दिन की उल्टी गिनती कार्यक्रम असम के शिवसागर नामक स्थान पर आयोजित किया गया और 25 रे दिन की उल्टी गिनती कार्यक्रम का आयोजन हैदराबाद तेलंगाना में आयोजित किया गया

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 की गतिविधियों से जुड़ने के लिए सुझाव

  • गार्जियन रिंग कार्यक्रम 

एक अभिनव और नई सोच है जिसमें पूर्व से पश्चिम तक 75 देशों में सूर्य की गति के साथ 16 समय क्षेत्रों को कवर करते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 का उत्सव प्रदर्शन किया जाएगा यह एक अद्भुत विरले योग स्ट्रीमिंग कार्यक्रम होगा जिसका डीडी चैनल पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा क्योंकि देश आजादी का अमृत महोत्सव भी मना रहा है अतः भारत की विरासत को विश्व में पहचान देने के उद्देश्य तथा देश की ब्रांडिंग करने के उद्देश्य देशभर के 75 पर्यटन विरासत के प्रतिष्ठित स्थलो पर CYP प्रदर्शन किया जाएगा

  • स्थिर और अभिनव डिजिटल प्रदर्शनी

आयुष मंत्रालय युग को बढ़ावा देने तथा वैश्विक रूप प्रदान करने में सूर्य कर्नाटक में डिजिटल योग प्रदर्शनी का आयोजन करेगा प्रदर्शनी में योग के इतिहास और विकास तथा योग की ताकत सर्वोत्तम प्रथाओं शोध पर प्रकाश डालने संबंधी तत्वों को शामिल किया जाएगा तथा पिछले 7 सालों में योग से संबंधित उपलब्धियों को इस प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाएगा

स्टार्टअप योग चुनौती

आयुष मंत्रालय द्वारा स्टार्टअप इंडिया और इन्वेस्ट इंडिया के साथ साझेदारी कर स्टार्टअप योग चुनौती की शुरुआत की गई है जिसमें ऐसे स्टार्टअप एजेंसियों व्यक्तियों संस्थाओं को शामिल किया गया है जो योग विधाओं योग से संबंधित उपकरण योग से संबंधित सॉफ्टवेयर एप्स आदि परिकल्पना को प्रस्तुत करना चाहते हैं

21 जून 2022 को कॉमन योग प्रोटोकॉल CYP प्रदर्शन 

21 जून 2022 को कॉमन योग प्रोटोकॉल प्रदर्शन करके IYD  पर हजारों अन्य लोग शामिल हो सकते हैं आप अपने घर से गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं या आपके पास मार्गदर्शन के लिए राष्ट्रीय टेलीविजन या किसी अन्य उपयुक्त CYP की वीडियो का उपयोग करने का विकल्प है यदि आप योग के क्षेत्र में नए हैं तो यह और अधिक रोमांचक होगा । आपको 21 जून से पहले योग प्रोटोकॉल का अग्रिम प्रशिक्षण करना आवश्यक होगा , आप किसी योग प्रशिक्षक से भी CYP सीख सकते हैं या आप CYP प्रशिक्षण के लिए आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर भी जा सकते हैं ।

मार्च 2020 के बाद से विश्व परिदृश्य में योग का महत्व और उसकी पहचान बदल चुकी है जिस तरह 2020 – 2021 कोरोनावायरस से प्रभावित विश्व के अनेक देशों में लॉक डाउन के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो चुका था लोगों को घरों में बंद होना पड़ा जिससे उनकी सारी शारीरिक मानसिक क्रियाएं भी लॉक हो चुकी थी तथा मानव जाति संकट के दौर से गुजर रही ऐसी विषम परिस्थितियों में जब मनुष्य अपने 10 × 10 के कमरे में ही चौबीसों घंटे निकाल देता था  जिसके कारण उसके मन मे कुंठा , निराशा  , घोर अंधकार था ऐसी विपरीत परिस्थितियों में योग आशा की किरण बना , लोगों ने 5  से 10 मिनट योग करके अपने को स्वस्थ और व्यस्त रखने की कोशिश की तथा अपने शारीरिक क्षमताओं को बढ़ाया जिससे उसमें एक सकारात्मक ऊर्जा ने जन्म लिया जिसने कोरोनावायरस से लड़ने की शक्ति प्रदान की । 

भारत में इस बार योग उत्सव का मुख्य कार्यक्रम कर्नाटक के मैसूर में आयोजित किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाग लेंगे योग उत्सव जैसे आयोजनों का मुख्य उद्देश दुनिया भर के लोगों को भारत के योग से परिचित करवाना तथा उसके महत्व को बताना है और आम दिनचर्या में योग किस प्रकार हमें खुश रखने में हमें ऊर्जावान बनाने में हमारे मन अवचेतन को स्वस्थ रखने में सहयोग कर सकता है । आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम इसलिए मानवता के लिए योग रखी गई है क्योंकि योग सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहना चाहिए इसके फायदे को देखते हुए इसे विश्वव्यापी रूप देना अनिवार्य है वर्तमान में जो समस्याएं हम देख रहे हैं उससे अगर हमें दो चार होना है तो सिर्फ हमारे पास एक ही रास्ता है और वह योग की तरफ जाता है जितना जल्दी हो सके यह दुनिया योग के महत्व को समझ ले जिससे कि उसका जीवन और दिनचर्या बहुत सहज और सरल हो सके आज हम योग के महत्व को समझ सकते हैं खासतौर से पिछले 2 सालों में कोविड-19 के आने के बाद जब पूरी दुनिया थक चुकी थी लोग अपने घरों में बंद हो चुके थे और किसी को भी घर से बाहर निकलने की पाबंदी थी ऐसी स्थिति में जब हम डॉक्टर के पास भी नहीं जा सकते थे तो फिर से एक ही डॉक्टर हमारे पास आ सकता है और वह है योग , जिन्हें योग के बारे में बहुत ज्यादा ज्ञान भी नहीं था उन्होंने भी टेलीविजन पर छोटे-छोटे योग के कार्यक्रम को देखकर अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए योग शुरू किया और ऐसी कठिन परिस्थितियों में भी सहज रहे और अपने जीवन को आगे बढ़ाया इन मायनों में अगर 2022 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम मानव के  मानवता के लिए योग रखी गई है तो बहुत ही सटीक है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *