1956 से पहले मध्य प्रदेश को तीन श्रेणियों या पार्ट में विभाजित किया गया था पार्ट A सी पी बरार , पार्ट B मध्य भारत प्रांत तथा पार्ट C के अंतर्गत विंध्य प्रदेश और भोपाल स्टेट को रखा गया था जो निम्न प्रकार है ।

सेंट्रल प्रोविजन एवं बरार

सेंट्रल प्रोविजन एवं बरार के नाम से भी जाना जाता है जो पार्ट A या श्रेणी A के अंतर्गत आता था यह प्रत्यक्ष ब्रिटिश शासित क्षेत्र था जिसे सेंट्रल प्रोविजंस या मध्य प्रांत कहते थे इसके अंतर्गत महाकौशल, विदर्भा , छत्तीसगढ़ के क्षेत्र शामिल थे इसकी राजधानी नागपुर थी तथा इसके प्रथम मुख्यमंत्री पंडित रविशंकर शुक्ल थे जो बाद में पुनर्गठित मध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री भी बने सीपी बरार के अंतर्गत 15 रियासतें शामिल थे।

मध्य भारत प्रांत 

इससे पार्ट B या श्रेणी B के अंतर्गत रखा गया था जिसमें सिंधिया, होलकर ,और पवार वंश की रियासतें थी जो क्रमशः ग्वालियर, इंदौर देवास की बड़ी रियासतें थी इसकी राजधानी 6 माह ग्वालियर और छह माह इंदौर होती थी जिसके प्रमुख लीलाधर जोशी थे 1956 में राज्य पुनर्गठन के समय श्री तखतमल जैन मुख्यमंत्री थे मध्य भारत प्रांत के अंतर्गत 25 रियासतें थी ।

विंध्य प्रदेश तथा भोपाल स्टेट 

भारत की स्वतंत्रता के बाद बुंदेलखंड और बघेलखंड की 38 रियासतों को मिलाकर विंध्य प्रदेश का निर्माण 1948 में हुआ था इस समय इस राज्य को रीवा तथा बुंदेलखंड इकाइयों के रूप में जाना जाता था जिसका राज्य प्रमुख रीवा के महाराज मार्तंड देव सिहं को बनाया गया तथा कप्तान अवधेश प्रताप सिंह और कामता प्रसाद सक्सेना के नेतृत्व में बघेलखंड एवं बुंदेलखंड में मंत्रिमंडल का निर्माण किया गया 1950 में विंध्य प्रदेश को पार्टी C में शामिल किया तथा रीवा को राजधानी बनाया गया।

भोपाल स्टेट भी पार्ट C के अंतर्गत रखा जिस के मुख्यमंत्री शंकर दयाल शर्मा थे इस तरह पार्ट C के अंतर्गत कुल भोपाल स्टेट को मिलाकर 39 रियासतें थी

मध्य प्रदेश के पुनर्गठन के समय कुल 79 रियासतें शामिल की गई थी जिसमें सीपी बरार से 15 मध्य भारत से 25 तथा विंध्य प्रदेश और भोपाल स्टेट से 39 रियासतें था 

मध्य प्रदेश का गठन 

भाषाई आधार पर गठित भारत का प्रथम राज्य आंध्रप्रदेश था जिसका गठन 1 अक्टूबर 1953 को हुआ था राज्यों के गठन से संबंधित अनेक समितियों का गठन किया गया, जिनमें एस के धर समिति , जेवीपी समिति जिसे जवाहरलाल नेहरू- वल्लभ भाई पटेल -पट्टाबी सीतारामय्या समिति के नाम से जाना जाता है 22 दिसंबर 1953 जस्टिस फजल अली के नेतृत्व में राज्यों के पुनर्गठन के लिए फजल अली आयोग का गठन किया गया जिस के अन्य सदस्य हृदयनाथ कुंजरु और केएम पणिकर थे इस आयोग के द्वारा 30 सितंबर 1955 को अपनी रिपोर्ट सौंपी गई तथा इस रिपोर्ट के आधार पर 1956 में राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित किया गया जिसके अंतर्गत 14 राज्य तथा 6 केंद्र शासित प्रदेश बनाए गए इस प्रकार 1 नवंबर 1956 को मध्य प्रदेश का गठन हृदय प्रदेश के रूप में हुआ यह नाम नेहरू जी के द्वारा दिया गया था

पार्ट A सीपी बरार 15
पार्ट B मध्य भारत प्रांत 25
पार्ट C विंध्य प्रदेश एवं भोपाल स्टेट 38+1
  कुल रियासतें 79

मध्य प्रदेश की कुल रियासतें

1956 से पहले की स्थिति मानचित्र के माध्यम से

1 नवंबर 1956 को नवगठित मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल बनाई  गई , इस समय भोपाल , सीहोर की तहसील था ।

सेंट्रल प्रोविजंस जिसे मध्य प्रांत या सीपी बरार के नाम से जानते हैं इसके विदर्भ क्षेत्र से 8 जिले नागपुर, भंडारा, चांदा ,बुलढाणा, अकोला ,अमरावती, यवतमाल और वर्धा ,महाराष्ट्र में शामिल कर दिए गए , तथा शेष भाग को मध्यप्रदेश में मिलाया गए । राजस्थान से सिरोंज तहसील मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में मिलाई गई। विंध्य प्रदेश और भोपाल स्टेट पूरी तरह से मध्यप्रदेश में शामिल किए गए।

1 नवंबर 1956 में मध्य प्रदेश 43 जिलों के साथ अस्तित्व में आया।

1972 में भोपाल और राजनांदगांव 2 जिले बनाए गए। तथा जिलों की कुल संख्या 45 हो गई।

1983 में बीपी दुबे जिला पुनर्गठन आयोग

स्थापित हुआ जिसकी अनुशंसा पर 1998 में 10 नए जिले बनी जिनमें से वर्तमान में 4 मध्य प्रदेश के हिस्से में है (तथा 6 छत्तीसगढ़ मे स्थित हैं) खरगोन से बड़वानी , मुरैना से श्योपुर , जबलपुर से कटनी और मंडला से डिंडोरी जिलों का निर्माण हुआ।

Trick – बड़े डंडे से काटो।( बड़े – बड़वानी , डंडे – डिंडोरी ,से – श्योपुर , काटो – कटनी)

1998 में सिहदेव समिति

के आधार पर 6 जिलों का निर्माण किया गया जिनमें से वर्तमान में मध्यप्रदेश में 3 जिले स्थित हैं शहडोल से उमरिया , होशंगाबाद से हरदा , मंदसौर से नीमच ।

Trick – हम उड़े नीचे ।( हम – हरदा , उड़े – उमरिया , नीचे – नीमच)

1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से पृथक होकर एक नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आया तथा इस समय मध्यप्रदेश में जिलों की संख्या 61(45+10+6) थी जिसमें से 16 जिलों के साथ छत्तीसगढ़ का निर्माण हुआ तथा 1 नवंबर 2000 को मध्यप्रदेश में जिलों की संख्या 45 थी

2003 में 3 नए जिले गुना से अशोकनगर खंडवा से बुरहानपुर तथा शहडोल से अनूपपुर का निर्माण हुआ।

Trick – अशोक बुरा अनूप से। ( अशोक – अशोकनगर , बुरा – बुरहानपुर , अनूप – अनूपपुर)

2008 में दो नए जिले झाबुआ से अलीराजपुर (चंद्रशेखर आजाद नगर) तथा सीधी से सिंगरौली का निर्माण हुआ

Trick – अली सिंग । ( अली – अलीराजपुर , सिंग – सिंगरौली )

2015 में शाजापुर से आगर मालवा ।

2018 में टीकमगढ़ से निमाड़ी जिले का निर्माण हुआ जो मध्य प्रदेश का 52 वां जिला है ।

मध्यप्रदेश के संभाग

वर्तमान में मध्यप्रदेश में 10 संभाग है 

  1. जबलपुर संभाग – मुख्यालय जबलपुर । जिलों की संख्या 8 । जबलपुर , कटनी , नरसिंहपुर , छिंदवाड़ा , सिवनी , मंडला , बालाघाट , डिंडोरी । जबलपुर संभाग क्षेत्रफल एवं जनसंख्या के आधार पर मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा संभाग है जबलपुर संभाग में जिलों की संख्या आठ है जो इंदौर संभाग के बराबर है ।
  2. इंदौर संभाग – मुख्यालय इंदौर – जिलों की संख्या 8 । इंदौर , धार , झाबुआ , अलीराजपुर , खरगोन , खंडवा , बुरहानपुर , और बड़वानी ।
  3. भोपाल संभाग – मुख्यालय भोपाल – जिलों की संख्या 5 । भोपाल , राजगढ़ , रायसेन , विदिशा और सीहोर ।
  4. उज्जैन संभाग – मुख्यालय उज्जैन – जिलों की संख्या 7 । उज्जैन , नीमच , मंदसौर , रतलाम , देवास , शाजापुर , और आगर मालवा ।
  5. ग्वालियर संभाग – मुख्यालय ग्वालियर – जिलों की संख्या 5 । ग्वालियर , शिवपुरी , गुना , अशोकनगर और दतिया ।
  6. रीवा संभाग – मुख्यालय रीवा – जिलों की संख्या 4 । रीवा , सतना , सीधी , सिंगरौली ।
  7. सागर संभाग – मुख्यालय सागर – जिलों की संख्या 6 । सागर , दमोह , पन्ना , छतरपुर , टीकमगढ़ , और निमाड़ी ।
  8. चंबल संभाग – मुख्यालय ग्वालियर – जिलों की संख्या 3 । श्योपुर , मुरैना और भिंड ।
  9. नर्मदापुरम संभाग – मुख्यालय होशंगाबाद – जिलों की संख्या 3 । होशंगाबाद , बैतूल और हरदा ।

10. शहडोल संभाग मुख्यालय शहडोल जिलों की संख्या 3 शहडोल, उमरिया और अनूपपुर।

मध्यप्रदेश के संभाग 

मध्यप्रदेश के संभाग
मध्य प्रदेश के संभाग  ।

 

 

 

 

3 thoughts on “मध्य प्रदेश का पुनर्गठन कब हुआ / मध्य प्रदेश का गठन

  1. Thank you sooo much Sir, This is very selected and incradible collection of M.P. notes..I really like it 🙏

  2. मध्यप्रदेश के बारे में बहुत ही शानदार बताया गया आपने सर जी 🙏

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