- मध्यप्रदेश में अभ्यारण की संख्या 31(26+5) है तथा जिनमें से 5 अभ्यारण प्रस्तावित है
- मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण नौरादेही , जिसका विस्तार सागर दमोह नरसिंहपुर में है का क्षेत्रफल 1194 वर्ग किलोमीटर है
- रालामंडल अभ्यारण इंदौर मध्य प्रदेश का सबसे छोटा अभ्यारण है
- सरदारपुर अभ्यारण ,धार और सैलाना अभ्यारण ,रतलाम में खरमोर पक्षी संरक्षित हैं
- घाटीगांव अभ्यारण ,ग्वालियर तथा करेरा अभ्यारण , शिवपुरी में सोन चिरैया (ग्रेट इंडियन बस्टर्ड) संरक्षित हैं जो की लुप्तप्राय प्रजाति है
- पालपुर कूनो (मुरैना) अभ्यारण में गुजरात के गिर राष्ट्रीय उद्यान से एशियाई शेर स्थानांतरित किए जा रहे हैं
- घड़ियाल संरक्षण के लिए चंबल अभ्यारण (मुरैना) , केन अभ्यारण (छतरपुर पन्ना) , सोन अभ्यारण (शहडोल सीधी) में स्थित है
- मंदसौर गांधी सागर अभ्यारण गिद्ध संरक्षित किया गया है
- सिरपुर तालाब इंदौर को पक्षी विहार घोषित किया गया है
- मध्य प्रदेश सरकार ने 1 नवंबर 1981 को बारहसिंघा को राज्य पशु तथा दूधराज या शाह बुलबुल( पैराडाइज फ्लाइकैचर) को राजकीय पक्षी तथा बरगद को राजकीय वृक्ष घोषित किया
- भारत में सर्वाधिक अभ्यारण अंडमान निकोबार (97) में है
- भारत में अभ्यारण की संख्या लगभग 550 है
मध्य प्रदेश के प्रमुख राष्ट्रीय अभ्यारण
चंबल राष्ट्रीय अभ्यारण(1978)
- यह एक अंतर राज्य अभ्यारण है इसका विस्तार मध्यप्रदेश के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश (इटावा) तथा राजस्थान (धौलपुर) में है
- इस का कुल क्षेत्रफल 635 वर्ग किलोमीटर है
- जिसमे से 435 वर्ग किलोमीटर मध्य प्रदेश में स्थित है
- यहां घड़ियाल संरक्षित है तथा देवरी घड़ियाल प्रजनन केंद्र स्थापित किया गया है
- चंबल राष्ट्रीय अभ्यारण में गंगा नदी डॉल्फिन संरक्षित है तथा कछुआ भी संरक्षित है जिसका कवर रेड कलर का है इसलिए इसे रेड क्राउन्ड रूफ टर्टल(Red crowned roof turtle) कहते हैं
नौरादेही अभ्यारण
- इसका सर्वाधिक विस्तार सागर में है इसकी स्थापना 1975 में की गई
- मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा अभ्यारण है इसका क्षेत्रफल 1197 वर्ग किलोमीटर है
- सागर के अतिरिक्त इसका विस्तार दमोह नरसिंहपुर जिले में है
- नौरादेही अभ्यारण भारत के अंदर चीता (Leopard) पुनर्स्थापना के लिए सबसे अच्छा अभ्यारण है इसके अतिरिक्त रातापानी अभ्यारण तथा पालपुर कूनो भी चीता(Leopard) पुनर्स्थापना के लिए उचित पाए गए हैं
- नौरादेही अभ्यारण में छेवला झील स्थित है
ओरछा अभयारण्य
- निवाड़ी यह बेतवा और जामनी नदी क्षेत्र में स्थित है
- इसका क्षेत्रफल 46 वर्ग किलोमीटर है
- इसे पक्षियों और वृक्षों का अभ्यारण भी कहते हैं
घाटीगांव अभ्यारण
- ग्वालियर इसका क्षेत्रफल 511 वर्ग किलोमीटर है परंतु 86 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को सरकार ने अभ्यारण क्षेत्र से हटा दिया है क्योंकि वह खदानों से उत्खनन होने की संभावना है
- घाटीगांव ग्वालियर मे ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (सोन चिरैया) संरक्षित है सोन चिरैया विश्व की संकटग्रस्त प्रजाति में शामिल है
सोन घड़ियाल अभ्यारण
- शहडोल सीधी में स्थित है
- यहां इंडियन स्कीमर पक्षी संरक्षित है
रातापानी अभ्यारण
- रायसेन इसमें बारना जलाशय तथा बारसूत जलाशय स्थित हैं
- 2013 में NTCA ने इसे टाइगर रिजर्व घोषित करने की प्रक्रिया प्रारंभ की
खिवनी अभ्यारण
- देवास यह मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे पुराना अभ्यारण है
- इसकी स्थापना 1955 में की गई इसमें शंकर खो जल प्रपात जामनेर नदी पर स्थित है
- यह अभ्यारण मुंबई आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है
नरसिंहगढ़ अभ्यारण
- राजगढ़ जिले में स्थित है यहां से पार्वती और सुनार नदी गुजरती हैं
- नरसिंहगढ़ को मालवा ए कश्मीर कहते हैं
गौ अभ्यारण
- आगर मालवा जिले में स्थित है यह प्रदेश का पहला गौ अभ्यारण है
- प्रदेश में दूसरा गौ अभ्यारण रीवा जिले में बसामन मामा गौ अभ्यारण है
गांधी सागर अभ्यारण
- मंदसौर यहां नीलगाय एवं गिद्ध संरक्षित हैं
- इस अभ्यारण में महुआ और खैर वृक्ष सघनता में हैं
कट्टीवाडा अभ्यारण
- अलीराजपुर(प्रस्तावित) कट्ठीवाड़ा का नूरजहां आम प्रसिद्ध है
- इसे मध्य प्रदेश का कश्मीर तथा अधिक वर्षा के कारण मध्य प्रदेश का चेरापूंजी भी कहते हैं
कालीभीत अभ्यारण
- बैतूल (प्रस्तावित) कालीभीत पहाड़ी से ताप्ती नदी निकलती है
- कालीभीत अभ्यारण तथा महाराष्ट्र के मेघराज अभ्यारण को जोड़कर टाइगर सफारी (गलियारा) बनाने की योजना है
बोरी अभ्यारण होशंगाबाद
- इसकी स्थापना 1865 में ब्रिटिश काल में की गई थी
- 1977 में इसे अभयारण्य घोषित किया गया |
- इस अभ्यारण में स्थित वन क्षेत्र को भारत के सबसे पुराने वन क्षेत्र के रूप में जाना जाता है
मध्यप्रदेश के अभ्यारण की सूची ( List of Sanctuaries in MP )
मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय अभ्यारण | जिला |
1. रातापानी अभ्यारण | रायसेन |
2. केन अभ्यारण | पन्ना छतरपुर |
3. कामधेनु गो अभ्यारण | आगर मालवा |
4. दुर्गावती अभ्यारण | दमोह |
5. ओरछा अभ्यारण | निवाड़ी |
6. रालामंडल | इंदौर |
7. गंगऊ अभ्यारण | पन्ना |
8. सैलाना अभ्यारण | रतलाम |
9. सरदारपुर अभ्यारण | धार |
10. पनपथा अभ्यारण | उमरिया |
11. फैन अभ्यारण | मंडला |
12. बगदरा अभ्यारण | सीधी |
13. घाटीगांव | ग्वालियर |
14. करेरा | शिवपुरी |
15. पालपुर कूनो | श्योपुर |
16. सोन घड़ियाल अभ्यारण | सीधी शहडोल |
17. राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण | (मुरैना) मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश ,राजस्थान |
18. पेंच मुंगावली | सिवनी छिंदवाड़ा |
19. नौरादेही | सागर दमोह नरसिंहपुर |
20. सिंघोरी | रायसेन |
21. डूबरी संजय | सीधी |
22. पचमढ़ी अभ्यारण | होशंगाबाद |
23. बोरी | होशंगाबाद |
24. गांधी सागर | मंदसौर |
25. खिवनी | देवास |
26. नरसिंहगढ़ | राजगढ़ |
27. कालीभीत अभ्यारण प्रस्तावित | बैतूल |
28. सुरमेनिया अभ्यारण प्रस्तावित | खंडवा |
29. मांधाता अभ्यारण प्रस्तावित | खंडवा |
30. कट्ठीवाड़ा अभ्यारण प्रस्तावित | अलीराजपुर |
31. मयूर अभ्यारण प्रस्तावित | झाबुआ |
लेखक – श्री मनोज सिसोदिया Fighter Academy