ताप्ती नदी का उद्गम
- बैतूल मुलताई के कालीभीत पहाड़ी जो सतपुड़ा श्रेणी के अंतर्गत आती है ,से ताप्ती नदी का उद्गम हुआ है ।
- ताप्ती नदी की लंबाई 724 किलोमीटर है|
ताप्ती नदी को किन नामों से जाना जाता है
- सूर्य पुत्री
- सूर्यसुता
- तापी
- पयोष्णी
- गर्म जल वाली नदी
ताप्ती नदी किन राज्यों मे बहती है
- यह मध्य प्रदेश महाराष्ट्र तथा गुजरात में बहते हुए खंभात की खाड़ी में गिरती है ।
- ताप्ती नदी बैतूल मुलताई के भैंसदेही पठार से प्रवाहित होते हुए , भैंसदेही पठार में बीहड़ का निर्माण करती है ।
- इसके बाद यह महाराष्ट्र के भुसावल , जलगांव होते हुए , वापस मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में प्रवेश करते हुए बुरहानपुर को दो भागों में विभाजित करती है , नेपानगर ताप्ती नदी पर स्थित है ।
- पुनः महाराष्ट्र मैं प्रवेश करती है ,और फिर गुजरात के सोनगढ़ , सूरत तथा तापी जिले से होते हुए खंभात की खाड़ी में ऐस्चूरी बनाते हुए मिलती है
ताप्ती की सहायक नदियां
- पूर्णा
- गिरना
- पंजारा
- बोरी
- ताप्ती नदी पूरब से पश्चिम नर्मदा नदी के समानांतर प्रवाहित होती है ।
- ताप्ती और नर्मदा नदी के अतिरिक्त माही और साबरमती भी खंभात की खाड़ी में गिरती है ।
ताप्ती नदी पर बांध
- ताप्ती नदी पर बैतूल में चंदोला बांध स्थित है ।
- बैतूल की तहसील प्रभातपट्टनम में ताप्ती नदी पर पारसडोह बांध स्थित है ।
- जलगांव महाराष्ट्र में ताप्ती नदी पर हथनूर बांध स्थित है ।
खूनी भंडारा
बुरहानपुर में असीरगढ़ किले में खूनी भंडारा स्थित है जिसका निर्माण 1610 में अकबर के सेनापति अब्दुल रहीम खानखाना ने करवाया था यह एक जल वितरण प्रणाली है खूनी भंडारा जीवित भूजल वितरण प्रणाली को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में शामिल करने प्रस्ताव भेजा है|
उकाई परियोजना
गुजरात के सोनगढ़ में ताप्ती नदी पर उकाई परियोजना है, जिससे 320 मेगावाट विद्युत उत्पादन होता है उकाई बांध से कृत्रिम जलाशय बल्लभ सागर का निर्माण हुआ है |
काकरापारा सिंचाई परियोजना
- सूरत में ताप्ती नदी पर काकरापारा सिंचाई परियोजना एवं परमाणु विद्युत गृह स्थित है ।
- सूरत शहर ताप्ती नदी पर स्थित है ।
- गुजरात में स्वाली बंदरगाह का निर्माण ताप्ती नदी द्वारा किया गया ।
- गुजरात में ताप्ती नदी पर रज्जू सेतू स्थित है ।
- ताप्ती नदी मध्य प्रदेश की दक्षिणी सीमा का निर्माण महाराष्ट्र के साथ करते हैं ।
वैनगंगा नदी का उद्गम
- सिवनी के परसवाड़ा पठार से हुआ है ।
- वैनगंगा सिवनी बालाघाट से महाराष्ट्र के भंडारा और चंदा जिले में होते हुए गोदावरी नदी से मिलती है ।
- वैनगंगा नदी की लंबाई 569 किलोमीटर है ।
- यह मध्य प्रदेश की दक्षिण की ओर प्रवाहित होने वाली नदी है ।
- वैनगंगा के अतिरिक्त पेंच , कन्हान, वर्धा नदी दक्षिण दिशा में प्रवाहित होती है ।
बेनगंगा की सहायक नदियां
- पेंच नदी
- कान्हन नदी
- बावनघड़ी नदी
- वर्धा नदी
प्रणहिता
- बैतूल के वर्धन शिखर से निकलने वाली वर्धा नदी महाराष्ट्र के चांदा में वैनगंगा से मिलती है इस स्थान को प्रणहिता के नाम से जाना जाता है ।
- इसके बाद वैनगंगा प्रणहिता नाम से आगे बढ़ते हुए गोदावरी नदी में मिलती है ।
मध्यप्रदेश में गोदावरी की सबसे बड़ी सहायक नदी
- वैनगंगा नदी मध्य प्रदेश से मिलने वाली गोदावरी की सबसे बड़ी सहायक नदी है ।
- परंतु गोदावरी की सबसे बड़ी सहायक छत्तीसगढ़ से निकलने वाली इंद्रावती नदी है l
वैनगंगा नदी पर बांध परियोजनाएं
- वैनगंगा नदी पर मध्य प्रदेश की पहली नहर 1923 में बनाई गई थी ।
संजय गांधी बांध परियोजना भीमगढ़ मिट्टी बांध
- 1972 में सिवनी में संजय गांधी बांध परियोजना का निर्माण हुआ इसे भीमगढ़ बांध भी कहा जाता है जो पूर्णता मिट्टी से निर्मित बांध है यह एशिया का सबसे बड़ा कीचड़ बांध कहलाता है
- बालाघाट में वैनगंगा पर धुती बांध स्थित है वैनगंगा नदी पर गांगुल जलप्रपात स्थित है ।
बावनघड़ी परियोजना (राजीव गांधी परियोजना)
- बालाघाट में बैन गंगा की सहायक बावनघड़ी नदी है जिस पर बावनघड़ी परियोजना है जिसे राजीव गांधी परियोजना भी कहते हैं ।
- वेन गंगा की सहायक देवनदी पर मलधर जलप्रपात स्थित है|
पेंच नदी
- छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव से पेंच नदी का उद्गम होता है ।
- छिंदवाड़ा से निकलने वाली कान्हन नदी भंडारा में वैनगंगा से मिलती है ।
- पेंच नदी , कान्हन नदी की सहायक नदी है
- महाराष्ट्र नागपुर में पेंच नदी पर तोतलाडोह बांध स्थित है ।
- कान्हन नदी पर धनोरा जलप्रपात स्थित है ।
- छिंदवाड़ा में पेंच नदी पर माचागोरा बांध परियोजना है , जिसे पेच डायवर्सन प्रोजेक्ट भी कहते हैं ।
- पेंच नदी पेंच राष्ट्रीय उद्यान से प्रवाहित होती है
- जिसका विस्तार सिवनी और छिंदवाड़ा में है।
- रूडयार किपर्लिंग की पुस्तक जंगल बुक में पेंच नदी का वर्णन है
माही नदी
- सरदारपुर धार से माही नदी का उद्गम हुआ है ।
इसकी लंबाई 576 किलोमीटर है ।
- माही नदी को आदिवासियों की गंगा भी कहते हैं । माही नदी धार ,झाबुआ ,रतलाम होते हुए राजस्थान और फिर गुजरात में प्रवेश कर खंभात की खाड़ी में गिरती है ।
- भारत की एकमात्र नदी है जो कर्क रेखा को दो बार काटती है ( राजस्थान में ) ।
- माही परियोजना धार में स्थित है
- राजस्थान मे माही नदी बजाज सागर परियोजना का निर्माण करती है