केन नदी का उद्गम विंध्याचल श्रेणी स्थित कैर्मूस पहाड़ी (कटनी के निकट) से केन नदी का उद्गम हुआ है । केन नदी को अनेक नामों से जाना जाता है भानुमति शुक्तिमती दिर्णावती कर्णावती । केन नदी किन किन जिलों से गुजरती है…

read more

बेतवा नदी  इसकी लंबाई 380 किलोमीटर है , बेतवा नदी का उद्गम रायसेन कुमरागांव से हुआ है ।    बेतवा नदी के उपनाम  बुंदेलखंड की जीवन रेखा  इसके प्रदूषण स्तर के कारण बेतवा नदी को मध्यप्रदेश की गंगा भी कहते हैं । …

read more

सिंध नदी  सिंध नदी की लंबाई 470 किलोमीटर है ।  यह विदिशा की सिरोंज तहसील से निकलकर गुना को दो भागों में विभाजित करते हुए , शिवपुरी और दतिया से होते हुए भिंड से गुजरकर इटावा के पास यमुना में मिलती है…

read more

चंबल नदी का उद्गम  इंदौर के मऊ (अंबेडकर नगर ) स्थित जानापाव पहाड़ी (जिसकी ऊंचाई 854 मीटर है) के वाँग्चू प्वाइंट से हुआ है यहां पर परशुराम आश्रम तथा हनुमान मंदिर है ।  चंबल नदी को अनेक नामों से जाना जाता है…

read more

नर्मदा नदी को मध्यप्रदेश एवं गुजरात की जीवन रेखा कहते हैं । नर्मदा नदी को अनेक उप नामों से जाना जाता है इक्ष्वाकु वंश के राजा पुरुकुत्स ने रेवा , टाॅलमी ने नामो दोस , कालिदास की मेघदूतम में सोमोदेवी , अमर…

read more

1956 से पहले मध्य प्रदेश को तीन श्रेणियों या पार्ट में विभाजित किया गया था पार्ट A सी पी बरार , पार्ट B मध्य भारत प्रांत तथा पार्ट C के अंतर्गत विंध्य प्रदेश और भोपाल स्टेट को रखा गया था जो निम्न…

read more